
गरुड़ (बागेश्वर) । विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी होलाष्टक पर यहां के प्रसिद्ध कोट भ्रामरी मंदिर में चीर परम्परा का आगाज किया। इस अवसर पर मंदिर में पूजा अर्चना, भजन-कीर्तन के साथ ही होली गीत के साथ चीर बन्धन किया गया।
होली गीत में सिद्धि को दाता,विघ्न विनाशक । होली खेलें गिरजापति नन्दन। व आज कन्हैया रंग भरे पर सभी ग्रामीण झूमते नजर आये।
निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य जर्नादन लोहुमी ने भेटा की होली परम्परा को सौ वर्षों से अधिक का समय बताते हुए कहा कि यह हमारी परम्परा हैं।
