
उत्तराखंड राज्य में पलायन आयोग द्वारा सर्वे रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है और रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि राज्य में ऐसे 1149 ऐसे प्राथमिक स्कूल है जहां पर शिक्षक नहीं है चंपावत और रुद्रप्रयाग जिले के प्राथमिक स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों की संख्या सबसे कम है। ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग ने प्रदेश के प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा में सुधार के लिए पहली बार सर्वे रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपी है। पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित प्राथमिक विद्यालयों में लगातार शिक्षक व बच्चों की संख्या घट रही है। रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि पूरे प्रदेश में ऐसे 1149 प्राथमिक स्कूल है जहां पर शिक्षकों की काफी कमी है। सबसे ज्यादा प्रभावित 1 से 5 और 6 से 8 तक की कक्षाएं हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्राथमिक से उच्च प्राथमिक स्तर के 180 विद्यालय ऐसे हैं जहां 242 शिक्षक मात्र एक-एक छात्र को पढ़ा रहे हैं। ऐसे स्कूलों की संख्या में पौड़ी, अल्मोड़ा और टिहरी जिला शामिल है।
