
उत्तराखंड राज्य में अधिक कैदियों की संख्या को देखते हुए तीन नई जेल बनाने का निर्णय लिया गया है जिसके लिए जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। पूरे प्रदेश में कैदियों की क्षमता 3541 की है लेकिन क्षमता से डेढ़ गुना अधिक यानी कि 5521 कैदी इन में बंद हैं, ऐसे में क्षमता से अधिक कैदियों की संख्या को देखते हुए अब नई जेल बनेगी। इस क्रम में चंपावत और पिथौरागढ़ में जेल निर्माण के लिए मंजूरी मिल गई है और उत्तरकाशी में जेल निर्माण के लिए भूमि भी मिल चुकी है। जल्द ही इन तीन नई जेलों के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा और इसके साथ ही सेंट्रल जेल सितारगंज के विस्तार को भी गृह विभाग को मुख्यमंत्री की ओर से मंजूरी मिल चुकी है यहां पर 300 कैदियों के लिए बैरिक आदि का निर्माण किया जाएगा।
