उत्तराखंड -: डा. माधुरी बड़थ्वाल को पद्मश्री सम्मान, जानिए कौन है ये महान महिला

देहरादून -: बरसों से उत्तराखंड के लोक संगीत के संरक्षण और प्रचार के लिए निरंतर कार्य कर रही डॉ माधुरी बड़थ्वाल को पद्मश्री से नवाजा जाएगा| केंद्र सरकार की ओर से उन्हें पद्म सम्मान के लिए चुना गया है| डॉ माधुरी ऑल इंडिया रेडियो नबीबाजाद में पहली महिला संगीतकार रही|


यहीं से उन्होंने लोक संगीत के संरक्षण का प्रयास किया| आज वह महिलाओं को गायन वंदना में प्रेरित करने की साथ ही प्रशिक्षण भी दे रही है| डॉ माधुरी बड़थ्वाल मूल रूप से पौड़ी जिले के यमकेश्वर के चाय दमराड़ा निवासी है| वर्तमान में वह देहरादून की बालावाला में रहती है| पिता चंद्रमणि उनियाल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे| डॉ माधुरी की प्रारंभिक शिक्षा लैंसड़ौन में हुई| माधुरी का बचपन से ही संगीत से लगाव था| 1969 में राजकीय इंटर कॉलेज लैंसड़ौन से हाई स्कूल करने के बाद इसी स्कूल में संगीत की शिक्षिका के रूप में सेवा दी| इसके बाद इलाहाबाद संगीत समिति से संगीत का प्रशिक्षण किया| आगे की पढ़ाई उन्होंने प्राइवेट से जारी रखी| इसके बाद आगरा यूनिवर्सिटी से संगीत से डिग्री और रुहेलखंडी यूनिवर्सिटी से हिंदी से m.a. करने के बाद वर्ष 2007 में उन्होंने केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की| 2019 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नारी शक्ति पुरस्कार से भी नवाजा अब उनका नाम भारत सरकार ने पदम सम्मान के लिए चुना है|