बड़ी कार्यवाही:- यूकेएसएसएससी के पूर्व चेयरमैन, सचिव और परीक्षा नियंत्रक गिरफ्तार

उत्तराखंड राज्य में बीते कई दिनों से एसटीएफ यूकेएसएसएससी की ओर से कराई गई परीक्षाओं की जांच कर रही है तथा इस मामले में एसटीएफ द्वारा कई आरोपितों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। बता दें कि आज दिनांक 8 अक्टूबर 2022 को शनिवार के दिन यूकेएसएसएससी की ओर से 2016 में कराई गई वीडियो भर्ती परीक्षा में धांधली की जांच के बाद एसटीएफ ने यूकेएसएसएससी के पूर्व चेयरमैन आरवीएस रावत, सचिव मनोहर कन्याल और पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरएस पोखरिया को गिरफ्तार कर लिया है।बता दें कि भर्ती परीक्षा प्रकरण में पाई गई धांधली के बाद अब तक यह सबसे बड़ी कार्यवाही एसटीएफ द्वारा की गई है। इस मामले की जांच पिछले कई सालों से चल रही थी। आयोग द्वारा वर्ष 2016 में यह परीक्षा करवाई गई जिसका संचालन 13 जनपदों के 236 परीक्षा केंद्रों में हुआ। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद इसमें धांधली पाई गई तथा 2017 में उत्तराखंड शासन द्वारा तत्कालीन अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई। जिसके बाद वर्ष 2019 में इन अनियमितताओं की पुष्टि करने हेतु विजिलेंस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया और अब जाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार अगस्त महीने में इसकी विवेचना एसटीएफ को स्थानांतरित हुई।

एसटीएफ ने इस मामले में दोषी पाए गए आरोपितों को आज गिरफ्तार किया है तथा गिरफ्तार किए गए आरोपितों के अलावा भी कई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई जा रही है।इस मामले में जानकारी देते हुए विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि 2016 से अब तक 88 परीक्षाएं आयोग द्वारा आयोजित कराई गई है तथा इन परीक्षाओं को आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशंस की ओर से करवाया गया है। बता दें कि 7 सालों के अंदर हुई गड़बड़ी के मामले में आयोग के सचिव संतोष बडोनी, पूर्व परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी व तीन अनुभाग अधिकारियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इस मामले की जांच एसटीएफ द्वारा की जा रही है तथा जल्द ही इस मामले में अन्य दोषी पाए गए आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।