
उत्तराखंड राज्य में स्थित विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की पाखरो रेंज के 106 हेक्टेयर वन क्षेत्र में टाइगर सफारी बनी थी और इसका निर्माण कार्य बिना वित्तीय स्वीकृति के 2019 में शुरू कर दिया गया। पेड़ काटने और अवैध निर्माण की शिकायत मिलने पर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया जिसमें पाया गया कि मामले में अनियमितताएं हुई हैं। शिकायत हुई और विजिलेंस ने जांच शुरू कर दी जिसके बाद 2022 में विजिलेंस ने इस मामले में डीएफओ और रेंजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। आरोप था कि पार्क के कालागढ़ डिवीजन की पाखरो रेंज में टाइगर सफारी के नाम पर 215 करोड़ रुपए बर्बाद किए गए इसके बाद मामले में हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच सौंप दी और सीबीआई ने पूर्व डीएफओ किशन चंद आदि के खिलाफ अभियोजन की अनुमति भी शासन से मांगी। सीबीआई सूत्रों के अनुसार जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है और जल्द ही वहां से अनुमति मिलने के बाद चार्ज शीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी, करीब डेढ़ साल की जांच के बाद सीबीआई ने शासन को रिपोर्ट सौंपी है।
