
उत्तराखंड के उत्तरकाशी के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिंदरियालाल राही वर्तमान में दून अस्पताल में भर्ती है| इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अपनी अंतिम इच्छा जाहिर की है| उन्होंने पीएम मोदी के लिए अपने पुत्र चिरंजीव से पत्र लिखवाया है|
जिसमें लिखा है, केंद्रीय और राज्यों की शिक्षण संस्थानों के पाठ्यक्रम में आजादी का इतिहास और सेनानियों की जीवनी को प्रमुखता देने के साथ ही भूखंड आवंटित किया जाए|
लिखा है की, राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता सेनानी मेमोरियल और सेनानी सदन स्थापित किया जाए| केंद्रीय व राज्य सेवाओं में 10 फ़ीसदी लंबवत आरक्षण तीसरी पीढ़ी तक लागू किया जाए|
उन्होंने कहा, भारत सरकार की ओर से सेनानियों की हित को लेकर जो एमिनेंट कमेटी पूर्व वर्षों में गठित की गई है उसमें प्रथम पीढ़ी के उत्तराधिकारियों को वयोवृद्ध सेनानियों की जगह शामिल किया जाए, क्योंकि देश में बचे अस्वस्थ सेनानी अब इस अवस्था में नहीं है कि वह इस कमेटी में होने वाली बैठक में नियमित रूप से शामिल हो सकें|
