
उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले के कपकोट थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक मानसिक रूप से अस्वस्थ मां ने अपनी बेटी को काफी लंबे समय से कमरे में कैद किया है और वह उसे बाहर भी नहीं जाने देती। इसकी जानकारी जब सनातन सेवा समिति और सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष को मिली तो उन्होंने बेटी को अस्पताल में भर्ती करवाया। बता दें कि मां ने अपनी बेटी को भूखा- प्यासा रखकर काफी लंबे समय से कमरे में कैद किया हुआ था। अब जब बेटी स्वस्थ हो जाएगी तो उसे स्वजनों को सौंप दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक बीते मंगलवार को जानकारी मिली कि मंडलखेत निवासी रीता उपाध्याय पत्नी स्व. मदन उपाध्याय मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और उसने अपनी 18 वर्ष की बेटी तनुजा को काफी लंबे समय से कमरे में कैद किया है तथा उसकी पढ़ाई भी छुड़वा दी है और वह अपनी बेटी को बाहर नहीं आने देती तथा कमरे में ही कुरकुरे आदि दे देती है। इसकी जानकारी जब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष दीवान सिंह दानू को मिली तो वह बीते मंगलवार को पुलिस प्रशासन और सनातन सेवा समिति के पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बेटी को वहां से मुक्त कराया तथा अस्पताल ले गए जहां उसका उपचार चल रहा है और उपचार के बाद स्वस्थ होने पर उसे स्वजनों को सौंप दिया जाएगा।
