Uttarakhand- एमडी और एमएस करने वाले जूनियर डॉक्टर जिला अस्पतालों में देंगे ड्यूटी, नेशनल मेडिकल कमीशन ने किया अनिवार्य

हल्द्वानी। जो भी मेडिकल के छात्र- छात्राएं मेडिकल कॉलेजों में एमडी और एमएस की पढ़ाई कर रहे हैं उन जूनियर डॉक्टरों को अनिवार्य रूप से जिला अस्पतालों में ड्यूटी करनी होगी इस ड्यूटी को नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है और जो भी डॉक्टर जिला अस्पताल में ड्यूटी देने के लिए राजी नहीं होगा उसकी स्पेशलिस्ट बनने की डिग्री उसे नहीं दी जाएगी। मेडिकल की पढ़ाई करने वाले जूनियर डॉक्टर को 3 साल की डिग्री कोर्स के साथ कभी भी 3 महीने के लिए यह करना होगा तथा इस ड्यूटी के दौरान जूनियर डॉक्टरों का जो भी रहने और खाने का इंतजाम होगा वह स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाएगा।


बता दें कि इस मामले में हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों की ड्यूटी बेस और महिला अस्पताल में लग सकती हैं इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बातचीत की जा रही है। यदि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जूनियर डॉक्टरों को जिला अस्पताल में भेजा जाता है तो उसके लिए विभागीय अधिकारियों को और मशक्कत करनी पड़ेगी क्योंकि जिला अस्पताल नैनीताल में है।

मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में एमडी और एमएस की 65 सीटें हैं जिसमें 12 सीटें मेडिसिन विभाग की हैं और यदि जूनियर डॉक्टर यहां पर पहुंचते हैं तो इससे सबसे अधिक लाभ दूरदराज के मरीजों को मिलेगा।राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्राचार्य प्रोफेसर अरुण जोशी द्वारा जानकारी दी गई है कि पीजी वाले सभी जूनियर डॉक्टरों के लिए 3 महीने तक जिला अस्पताल में ड्यूटी देना अनिवार्य है और एनएनसी का यह नियम ना केवल उत्तराखंड बल्कि संपूर्ण देश के लिए हैं।