Uttarakhand- आम आदमी को फिर लगा महंगाई का झटका…… 66% महंगी हुई आयुर्वेदिक औषधियां

उत्तराखंड राज्य में दिन- प्रतिदिन बढ़ती महंगाई के बीच कई बार दवाइयां महंगी हो चुकी हैं मगर इस बार हरिद्वार में आयुर्वेदिक औषधियां भी 66 फ़ीसदी अधिक महंगी हो गई हैं। जब भी कोई बीमार पड़ता है तो उसे दवाइयों की जरूरत पड़ती है मगर वर्तमान समय में दवाइयां इतनी महंगी हो गई है कि आम आदमी अब बाजार से दवाई खरीदने के बजाय घरेलू नुस्खे अपनाता है। बता दें कि आयुर्वेदिक औषधियों में आंवला ₹200, अश्वगंधा ₹800, शतावर ₹800 ,और कुटकी 1800 रुपए प्रति किलो के दाम से बाजारों में मिल रही हैं और अब महंगाई का असर इन औषधियों पर पड़ रहा है बता दे कि आयुर्वेदिक औषधियों के दामों में 23 फ़ीसदी से 66 फ़ीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। जनऔषधि यों में 66 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है उनमें कमलगट्टा आता है जिसके बाद आंवला में 33, अश्वगंधा में 23, शतावर में 60, मुरब्बा सेब में 33, मुरब्बा अमला में 50, शिकाकाई में 50, कुटकी में 50 और पनीर डोडी में 46 फ़ीसदी कि महंगाई हो गई हैं। बता दें कि पिछले 4 माह में आयुर्वेदिक औषधियों के दाम बढ़े हैं। बता दे कि आयुर्वेदिक औषधियों की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद स्थानीय लोग जो कि इन्हें उपयोग करते थे उनका कहना है कि इससे इलाज काफी सस्ता पड़ता था और अंग्रेजी दवाइयों के मुकाबले आयुर्वेदिक दवाइयां काफी सस्ती मिलती थी इससे इलाज भी काफी अच्छा होता था लेकिन अब इन औषधियों के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं और अब बढ़ती महंगाई के बीच गरीब जनता पिस रही हैं।