Uttarakhand -: टीचर माता-पिता की इकलौती बेटी ने फांसी लगाकर दी जान, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

नैनीताल के मल्लीताल कोतवाली क्षेत्र निवासी 14 वर्षीय किशोरी ने फांसी के फंदे पर लटककर अपनी जान दे दी| काफी प्रयासों के बाद भी जब किशोरी ने भीतर के कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो स्वजनों ने दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा| जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया|
मिली जानकारी के अनुसार, स्कूल में हुए टेस्ट में महज कुछ प्रश्न गलत हो जाने पर किशोरी ने आत्मघाती कदम उठा लिया| माता-पिता की इकलौती बेटी होने के कारण स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है| किशोरी शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय में कक्षा नौ की छात्रा है| उसी विद्यालय में किशोरी की माता शिक्षिका है| वही पिता एक अन्य विद्यालय में शिक्षक है| बीते दिवस दोपहर किशोरी विद्यालय से छुट्टी होने के बाद घर आई तब 12:30 बजे थे| इसी दौरान माता और पिता स्कूल में ही थे| घर आकर किशोरी ने कमरेड का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया पर घर रह रहे अन्य रिश्तेदारों ने करीब 2:30 बजे किशोरी को दिन का भोजन करने के लिए दरवाजा खटखटाया मगर भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो सूचना पर पिता के पहुंचने के बाद स्वजन जब दरवाजा तोड़कर भीतर घुसे तो देखा कि किशोरी नायलॉन की रस्सी का फंदा बनाकर छत के नीचे लटकी हुई है| किशोरी को नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया| जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया| किशोरी की मौत की सूचना मिलने पर पड़ोसियों समय दोनों विद्यालयों के तमाम शिक्षक और कर्मचारी अस्पताल पहुंचे हैं| किशोरी की मौत के बाद स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है| कोतवाल प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का मालूम पड़ रहा है| पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता लग पाएगा| उन्होंने कहा कि इस स्वजनों और रिश्तेदारों से पूछताछ में सामने आया कि टेस्ट में कम नंबर आने के कारण किशोरी तनाव में आ गई थी, जिस कारण उसने यह कदम उठाया होगा|