
देहरादून। कांग्रेस अभी 2016 की भारी टूट के जख्म झेल ही रही है कि अब एक और बड़ी टूट का खतरा कांग्रेस पर मंडराने लगा है| दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित हुए जिसमें उसे लगातार दूसरी बार करारी हार झेलनी पड़ी| जिसके ठीक 1 महीने बाद 10 अप्रैल को कांग्रेस ने अपनी नई लीडरशिप का ऐलान कर दिया, नई लीडरशिप में पूर्व उप नेता प्रतिपक्ष करन महरा को प्रदेश अध्यक्ष कुछ माह पूर्व ही भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खटीमा सीट पर हराने वाले भुवन कापड़ी को उपनेता प्रतिपक्ष बनाया गया।
लेकिन अब एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है कि जहां कांग्रेस अपने को आने वाले चुनावों के लिए मजबूत कर करने की कोशिश कर रही है तो वही कई विधायक पार्टी द्वारा उपेक्षा से नाराज हैं और संभावना है कि वे शीघ्र ही पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं|
सूत्रों की जानकारी के अनुसार कल देहरादून में कई विधायक गोपनीय बैठक करने जा रहे हैं जिसमें विधायक हरीश धामी, मनोज तिवारी, मदन बिष्ट, मयूख महर , खुशाल सिंह अधिकारी, ममता राकेश , विक्रम नेगी, राजेंद्र भंडारी बैठक में हो शामिल हो सकते हैं|
