
उत्तराखंड राज्य में बद्रीनाथ धाम के आसपास की चोटियां बर्फ विहीन हो गई हैं। दो दशक पहले तक बद्रीनाथ धाम अप्रैल माह तक बर्फ से ढका रहता था मगर धीरे-धीरे जलवायु परिवर्तन के कारण यहां भी बर्फ पिघलने लगी है। बढ़ती मानवीय गतिविधियों और ग्लोबल वार्मिंग के चलते स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि बद्रीनाथ धाम में बर्फ नहीं है। गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है और इसका असर बद्रीनाथ की ऊंची चोटियों पर भी दिख रहा है और आने वाले समय में ग्लेशियरों पर भी इसका असर पड़ेगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों से मौसम का मिजाज बदला है जिससे धाम में समय पर बर्फबारी नहीं हो रही और जो बर्फ बाद में पढ़ रही है वह भी गर्मी के कारण तेजी से पिघल रही है। बर्फ का तेजी से पिघलना आने वाले समय में पर्यावरण के लिए अशुभ संकेत है। आने वाले समय में ग्लेशियर तेजी से पिघलेंगे जो कि पर्यावरण के लिए ठीक नहीं है।
