अल्मोड़ा। अल्मोड़ा और बागेश्वर की सूखी नदियों को एक बार फिर से जीवनदान मिलने जा रहा है जिसके लिए 6000 करोड़ के लागत की योजना बनाई गई है।उत्तराखंड के पेयजल विभाग की नदियों को जोड़ने की महत्वकांक्षी परियोजना के लिए अब सर्वे कार्य भी शुरू कर दिया गया है तथा नदियों को पिंडारी ग्लेशियर से निकलने वाली पिंडर नदी से जोड़ा जाएगा जिसके बाद ना सिर्फ सूखी नदियों को जीवनदान मिलेगा बल्कि गांव से पलायन भी रुकेगा। 6000 करोड़ की इस योजना के लिए सर्वे कार्य भी शुरू कर दिया गया है तथा इन सूखती नदियों का सर्वे भू वैज्ञानिक और अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के निदेशक एमपीएस बिष्ट, पेयजल निगम के मुख्य अभियंता एससी पंत, विभाग के तीन अन्य इंजीनियर बीएस रौतेला, भोजराज पंत, चंद्रप्रकाश कर्नाटक और सामाजिक कार्यकर्ता रिपुदमन सिंह द्वारा किया जा रहा है। योजना के मुताबिक पिंडारी ग्लेशियर से निकलने वाली पिंडर नदी तथा उसकी सहायक नदी के 150 एमएलडी पानी को टेप किया जाएगा तथा इसे अल्मोड़ा और बागेश्वर की सूखती नदियों के साथ जोड़ा जाएगा।
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