उत्तराखंड के सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य के 50 प्रतिशत से अधिक पद खाली है| पहली बार नए साल में खाली पदों में से 50% पदों पर विभागीय भर्ती से शिक्षक प्रधानाचार्य बनेंगे|
शासन ने राज्य लोक सेवा आयोग को विभागीय भर्ती का प्रस्ताव भेजा|
हालांकि, राजकीय शिक्षक संघ इसका विरोध कर रहा है| उनका कहना है कि प्रधानाचार्य के सभी खाली पदों को पदोन्नति से भरा जाए|
प्रदेश में नए साल में बेसिक के सहायक अध्यापक के 2600 पदों में से शेष पदों पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी हो सकती है| भर्ती के मामले में हाल ही में हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद विभाग की ओर से इसके संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा गया है| शासन से भर्ती के लिए मंजूरी मिलने पर करीब 1200 से अधिक पदों पर शिक्षकों की भर्ती हो सकती है|