
बागेश्वर । भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 29 जून को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर विकास भवन स्थित अर्थ एवं संख्या कार्यालय में गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह 19वां राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस था, जिसे ‘विकसित राष्ट्र की ओर बढ़ते कदम’ के तहत “राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के 75 वर्ष” विषय पर केंद्रित किया गया। यह दिवस प्रसिद्ध सांख्यिकीविद् प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जिन्होंने देश की आर्थिक योजना और सांख्यिकी के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
भारत सरकार के सांख्यिकी मंत्रालय एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित इस दिवस पर, चयनित विषय “75 years of National Sample Survey” पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
गोष्ठी का शुभारंभ अर्थ एवं संख्याधिकारी, दिनेश सिंह ने किया गया। उन्होंने प्रोफेसर महालनोबिस के सांख्यिकी के क्षेत्र में किए गए अमूल्य योगदानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण द्वारा समय-समय पर विभिन्न विषयों पर किए गए सर्वेक्षणों और उनके परिणामों के महत्व को भी रेखांकित किया।
इस अवसर पर अपर सांख्यिकीय अधिकारी बीएस राणा ने जनपद स्तर पर राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नमूना सर्वेक्षणों के आधार पर ही सरकार द्वारा विभिन्न नीतियां और योजनाएं तैयार की जाती हैं, जो देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उद्योग विभाग से अपर सांख्यिकीय अधिकारी रवीन्द्र पंत ने भी अपने विभाग में सांख्यिकी के योगदान के बारे में बताया।
गोष्ठी में प्रधान सहायक राजन सिंह गैड़ा, सतविंदर सिंह, नवीन लाल,मनोज सिंह दानू आदि मौजूद रहे।
