अल्मोड़ा। कहते हैं कि मेहनत का कोई तोड़ नहीं इस बात का उदाहरण अल्मोड़ा नगर की एक विकलांग बेटी गरिमा जोशी ने दिया है। गरिमा चिलियानौला रानीखेत की मूल निवासी है गरिमा जोशी धाविका है तथा बचपन में एक दुर्घटना के चलते वह विकलांग हो गई। लेकिन फिर भी गरिमा ने अपने लक्ष्य के बीच में कभी भी अपनी शारीरिक कमजोरी को नहीं आने दिया उन्होंने अपने हौसले और जज्बे के साथ कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
गरिमा का जन्म 21 अक्टूबर 1998 में चिलियानौला रानीखेत में हुआ। तथा उन्होंने केंद्रीय विद्यालय रानीखेत से अपनी 12वीं की परीक्षाएं पास की पढ़ाई के साथ-साथ गरिमा खेलकूद की गतिविधियों में भी हमेशा अव्वल रही हैं। 31 मई 2018 में गरिमा के साथ एक हादसा हुआ जब आप बेंगलुरु मेंअभ्यास कर रही थी उसी दौरान एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी जिस कारण उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई मगर फिर भी गरिमा ने व्हीलचेयर को अपनी कमजोरी नहीं बल्कि अपनी सबसे बड़ी ताकत बनाते हुए इस्तेमाल किया तथा कई पदक अपने नाम कर डालें।