भारत को प्रभावित करने में जुटा वैश्विक मंच का हर खेमा…… इस हफ़्ते न सिर्फ रूस, ब्रिटेन बल्कि अमेरिकी अधिकारी भी पहुंचेंगे भारत

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बाद कई देशों के विदेश मंत्रियों द्वारा और प्रधानमंत्रियों द्वारा भारत के साथ कूटनीतिक संपर्क साधने का प्रयास किया जा रहा है। इस हफ्ते कई देशों के विदेश मंत्रियों का भारत दौरा तय है। भारत के कूटनीतिक गलियारों में यह स्थिति पहली बार नजर आ रही है। क्योंकि जहां एक तरफ रूस और ब्रिटेन के विदेश मंत्री की भारत यात्रा तय है, वहीं दूसरी ओर रूस के खिलाफ अमेरिका की तरफ से नीति बनाने वाले भारतवंशी डिप्टी एनएसए दिलीप सिंह भी यहां आने वाले हैं। और यह एक हफ्ते में अमेरिका के किसी वरिष्ठ अधिकारी की दूसरी भारत यात्रा होगी।
यही नहीं बल्कि यूरोपीय देशों के संगठन यूरोपीय आयोग के प्रेसिडेंट उर्सुला लेयेन ने भी भारत यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी है और आज बुधवार के दिन मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो अबरार्ड भी दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंच रहे हैं। तथा इजरायल के रक्षा मंत्री की यात्रा उनके कोरोना की चपेट में आने के कारण टल गई है। तथा 31 मार्च 2022 को ब्रिटेन के विदेश सचिव एलिजाबेथ टूस यहां पहुंच रहे हैं और उसके बाद 1 अप्रैल 2022 को रूस के विदेश मंत्री लावरोव की यात्रा भी भारत में तय है। यह जितने भी विदेशी अधिकारी भारत आ रहे हैं इनका यहां आने का मकसद केवल रूस और यूक्रेन के बीच उपजे हालातों को लेकर बातचीत करना है। देश में ऐसा पहले कभी नहीं देखने को मिला जब एक साथ इतने विदेशी अधिकारी भारत पहुंच रहे हो।