
गरुड़ (बागेश्वर) । पूर्णिमा के दिन कत्यूर क्षेत्र के समस्त गांवों में होलियारों के दलों द्वारा अपने -अपने गांवों का भ्रमण किया गया। घर -घर होली गायन किया गया। ढ़ोलकी, मंजीरों,बैन्ड, नगाड़े दमुआ के साथ नाचते गाते होलियारों द्वारा होली गायन किया जा रहा था। इस दौरान होलियारों द्वारा एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर बधाइयां दी जा रहीं थी।
ग्राम पंचायत सिल्ली की होली में ढोल नगाड़ों मंजीरों की थाप पर नाचते गाते होलियारों ने घरों के भीतर रह रही महिलाओं को बाहर देखने को मजबूर कर दिया। गांव फेरी के बीच घर-घर पर चाय, नाश्ता का भी प्रबंध किया गया था।
आर्दश होली समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व खण्ड शिक्षा अधिकारी जीवन चन्द्र दुबे एवं उपाध्यक्ष मदन वेगी के निर्देशन में विभिन्न होलियो का गायन किया जा रहा था।
होली गायन में आज बिरज में होली रे रसिया,मलत मलत नैना भये लाल,गांव फेरी की होली युवाओं के नाम रही। ढ़ोलकी मंजीरा में डा,हेम चन्द्र दुबे एवं राजेन्द्र पाण्डेय, मत जाओ पिया पपरदेश ,जल कैसे भरु जमुना गहरी आदि गानों पर होलियार जमकर थिरके।हारमोनियम में मनोज पाण्डेय ने संगत निभाई जबकि ललित जोशी ने महिला प्रमुख की भूमिका निभाई। जोशी युवाओं के आकर्षण केन्द्र बने रहे। होली गायन में दीवान नेगी पूर्व प्रधानाचार्य, कैलाश खोलिया, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण,हेम रावत महेश नेगी, विनोद खोलिया ,प्रधानाचार्य कैलाश चन्द्र जोशी, रमेश खोलिया,आनन्द नेगी, दिनेश नेगी, गोकुलानंद, प्रकाश दुबे, गिरीश दुबे,पंकज खोलिया, सुरेश खोलिया आदि ने संगत निभाई। होली की मस्ती में होलियारों ने शान्ति पूर्वक होली गायन किया।
