उत्तराखंड में संचालित नंदा गौरा योजना के तहत करीब 5000 बेटियों को प्रोत्साहन राशि नहीं मिल पाई है| इसके बावजूद सरकार की ओर से योजना में फिर से आवेदन मांग लिए गए है| इससे अभिभावकों में असमंजस की स्थिति बन गई है|
दरअसल, इस योजना के तहत सरकार की ओर से बेटी के जन्म और इंटरमीडिएट पास करने वाली बेटियों को एकमुक्त प्रोत्साहन राशि दी जाती है| इसके लिए सरकार की ओर से आवेदन मांगे गए है, जबकि पिछले साल आवेदन करने वाली बेटियों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिल पाया है| ऐसे में नए पात्र भी सोच रहे हैं कि वह फॉर्म भरे या नहीं, क्योंकि जब पहले वालों को ही प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है तो उनका नंबर तो न जाने कब आएगा|
बता दें, बीते वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1253 नवजात बेटियों के परिजनों और इंटर पास करने वाली 4051 कन्याओं ने आवेदन किए थे| कुल 5304 बेटियों को सहायता राशि के आवेदन स्वीकृत किए गए थे|
आवेदन करने वाली कन्याएं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लेकर विभाग के अधिकारियों के चक्कर काट रही है, पर प्रोत्साहन राशि के लिए कोई जवाब नहीं मिल रहा है| वहीं, अब दूसरे वित्तीय वर्ष के लिए विभाग ने आवेदन जमा करने शुरू कर दिए हैं|
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से बेटियों के जन्म व इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली कन्याओं को प्रोत्साहन राशि दी जाती है| इसमें नई जन्मी बेटियों को 11,000 और इंटर पास करने पर 51,000 की राशि एक मुक्त की जाती है| इस बार नंदा गौरा योजना में इंटर पास करने वाली और बेटियों के जन्म पर ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है|
पात्र व्यक्ति www.nandagaurauk.in पर फॉर्म जमा कर सकते हैं| अधिक जानकारी के लिए लोग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और नजदीकी बाल विकास परियोजना अधिकारी के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं|
बता दें, योजना का लाभ लेने के लिए इंटर पास और बेटी के जन्म पर परिवार की मासिक आय 6000 से अधिक नहीं होनी चाहिए| उत्तराखंड का निवासी होना भी जरूरी है| आवेदक के साथ उनका प्रमाण पत्र जमा करना होगा| बेटी के जन्म पर योजना का लाभ लेने के लिए जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का पैन कार्ड आदि होना चाहिए| इंटर पास के बाद उच्च शिक्षा के दाखिले के पूर्ण अभिलेख की प्रति देनी होगी| परिवार की केवल दो बालिकाओं को योजना का लाभ दिया जाएगा|