इस देश में बिना वीजा काम कर पाएंगे भारतीय छात्र

भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलिया में बिना वीजा के काम कर पाएंगे| ऑस्ट्रेलिया ने अप्रैल में वीजा नियमों लोगों में जिन बदलावों की घोषणा की थी, उन्हें 1 जुलाई से लागू कर दिया गया है|


इसके तहत मई में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई द्विपक्षीय समझौते को भी ध्यान में रखा गया है| जिसमें मोबिलिटी अरेंजमेंट फॉर टैलेंटेड अली-प्रोफेशनल्स स्कीम (मेट्स) के तहत भर्ती छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में बिना वीजा के 8 साल तक काम करने का विकल्प दिया गया है|
मेट्स के तहत ऑस्ट्रेलिया हर साल भारत के तीन हजार युवा पेशेवरों को बिना वीजा अधिकतम 8 वर्ष तक ऑस्ट्रेलिया में काम करने का विकल्प देगा| साथ ही भारतीय छात्र वीजा प्रायोजक के बिना भी ऑस्ट्रेलिया में 2 साल बिता सकेंगे|
बता दें मेट्स एक अस्थायी वीजा कार्यक्रम है, जो इंजीनियरिंग, माइनिंग, वित्तीय प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सूचना एवं सूचना तकनीकी, कृषि प्रौद्योगिकी, नवीनीकरण, ऊर्जा जैसे क्षेत्रों के स्नातकों को ऑस्ट्रेलिया में काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है|
इस नए वीजा नियमों के तहत 1 जुलाई से सभी छात्र वीजा धारक 15 दिन में अधिकतम 48 घंटे काम कर पाएंगे| हालांकि वृद्धों की देखभाल में इस तरह की कोई समय सीमा लागू नहीं की गई है| इस नियम का मकसद छात्रों को अपनी शिक्षा के प्रति गंभीर बनाना है|