
उत्तराखंड राज्य में बीते 2 दिनों से मौसम ने फिर से करवट बदल ली है। धारचूला के उच्च हिमालय में हो रहे भारी हिमपात से नलपल्यु से 2 किलोमीटर पीछे खनला ग्लेशियर टूट गया है। ग्लेशियर की बर्फ गर्बाधार- लिपुलेख मार्ग पर जमा हो गई जिससे कि मार्ग बंद हो गया है और इस कारण उच्च हिमालय आने जाने वाले वाहन फंस गए हैं, और चेमाले में भारी हिमपात के चलते ग्लेशियरों के टूटने का सिलसिला जारी हो चुका है। गनीमत यह रही कि जिस समय ग्लेशियर टूटा उस समय सड़क पर गणेश नाला के पास से कोई भी वाहन नहीं गुजर रहा था और एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। प्रशासन ने मौसम को देखते हुए 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फीले तूफान आने की चेतावनी दी है और मार्ग बंद होने से आने-जाने वाले वाहन फंसे हुए हैं। धारचूला से गुंजी जाने वाले वाहन छियालेख और गुंजी से धारचूला आने वाले वाहन मौके से गुंजी लौट चुके हैं। अप्रैल माह में उच्च हिमालय में शीतकाल जैसे हालात बन चुके हैं। यहां बीते बुधवार की रात्रि से ही हिमपात हो रहा है। मुनस्यारी के निकट हंसलिंग पहाड़ के मध्य तक बर्फ की चादर बिक चुकी हैं सीमांत में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है।
