आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में अब कुछ ही समय शेष रह गया है| लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश से परिसंपत्तियों के मामले में सहमति से बात आगे नहीं बड़ी है| यह एक संयोग की बात है कि उत्तर प्रदेश की कमान योगी आदित्यनाथ के हाथों में है जो उत्तराखंड मूल के है| आज सीएम योगी और सीएम सामी के बीच मुलाकात का कार्यक्रम तय हुआ है|
मुख्यमंत्री धामी लखनऊ के दो दिवसीय कार्यक्रम पर गए हैं जहां उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने का कार्यक्रम भी तय हुआ है| केंद्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में भाजपा की सत्ता होने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि ट्रायल इंजन की ताकत से परिसंपत्ति संबंधी सभी समस्याएं हल हो जाएंगी लेकिन उत्तर प्रदेश से परिसंपत्तियों के कई मामलों सहमति से आगे बात नहीं हो पाई|
इस मुलाकात के दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच दोनों राज्यों के बीच राज्य पुनर्गठन आयोग के तहत परिसंपत्तियों के मामले को लेकर समाधान निकालें की बात पर चर्चा की जाएगी| आगामी विधानसभा चुनाव आने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह उम्मीद कर रहे हैं कि राज्य के लंबित मामलों के हल निकलेंगे|
निम्नलिखित लंबित मामलों पर चर्चा की जाएगी-
हरिद्वार उधमसिंह नगर चंपावत में 379 हेक्टेयर भूमि उत्तराखंड को हस्तांतरित होनी है|
हरिद्वार उधम सिंह नगर और चंपावत में 351 आवासीय भवन यूपी से मिलने है|
कुंभ मेले की 387.575 हेक्टेयर भूमि सिंचाई विभाग को हस्तांतरित होनी है|
उत्तराखंड पर्यटन विभाग को पुरानी ऊपरी गंग नहर वाटर स्पोर्ट्स की सशर्त मंजूरी दी जानी है|
उधम सिंह नगर में धौरा, बैगुर, नानक सागर जलाशय में पर्यटक व जल क्रीडा से पहले परीक्षण कराया जाना है|
केंद्र सरकार के आदेशानुसार, उत्तराखंड वन विकास निगम को यूपी वन विकास निगम में संचित व आधित्य धनराशि 425.11 करोड़ में से 229.55 करोड़ की धनराशि उत्तराखंड मिलनी हैष भंडार की 2061 की धनराशि का भुगतान होना है|
यूपीसीएल को बिजली बिलों का 60 करोड़ बकाया देना है|
अजमेरी गेट स्थित अतिथि गृह नई दिल्ली, यूपी परिवहन के लखनऊ स्थित मुख्यालय, कार सेक्शन और कानपुर स्थित केंद्रीय कार्यशाला व ट्रेनिंग सेंटर के विभाजन का निर्णय होना है।
उत्तराखंड गठन के बाद 50 करोड़ मोटर यान कर उत्तराखंड परिवहन विभाग को दिया जाना था| जिसमें से 36 करोड़ बकाया है|