
रुद्रपुर| शिक्षक की नौकरी भले ही ग्रेजुएट को मिलती हो, लेकिन एक युवक ने हाईस्कूल फेल होने के बाद भी जुगाड़ किया और नौकरी हासिल कर ली|
वह 10 साल तक बच्चों को पढ़ाता रहा| जब जांच हुई तो विभाग को फर्जी अंकपत्र मिला जिसके बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया|
बताते चलें कि सितारगंज के राजकीय प्राथमिक विद्यालय चीकाघाट में सहायक अध्यापक की नौकरी कर रहे मुकेश कुमार निवासी मुरादाबाद ने एक दशक से ज्यादा समय तक बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया|
एक शिकायत के बाद शिक्षक की अंकपत्र की जांच की गई तो हाईस्कूल की मार्कशीट फर्जी पाई गई|
विभाग की ओर से एसआईटी का गठन कर शिक्षक को निलंबित कर मामले की जांच उप शिक्षा अधिकारी को सौंप दी गई|
उप शिक्षा अधिकारी सुषमा गौरव ने विस्तृत जांच की तो शिक्षक का असली अंकपत्र भी सामने आ गया| जिसमें वह हाईस्कूल में फेल पाया गया| शिक्षक का इंटरमीडिएट का अंकपत्र भी फर्जी पाया गया| कई अन्य अधिकारियों ने भी इस मामले की जांच की जिसमें फर्जी अंक पत्रों की बात को सही साबित हुईं|
