मां की गुनाह के कारण जेल में बंद बच्चों को क्या मिलेगा शिक्षा का अधिकार, आइए देखते है इसके लिए क्या है प्रशासन की कोशिशे

उत्तराखंड। देहरादून की जेल में ऐसे भी बच्चे पल रहे है जिन्हें यह तक नहीं पता कि वे जेल में क्यों बंद है देहरादून जेल में 3 महिला कैदियों के 3 बच्चे जिनकी उम्र 3 से 6 साल तक की है वे अपनी मां के गुनाह की सजा जेल में भुगत रहे है उन बच्चों ने समाज के अन्य बच्चों की तरह बचपन को नहीं देखा है और शिक्षा से भी वह दूर ही है।

इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा पहल की जा रही है कि इन बच्चों को भी शिक्षा एक्ट के तहत शिक्षा दिलाने की व्यवस्था की जाए लेकिन शिक्षा विभाग ने अभी तक इस मामले में कोई भी फैसला नही लिया है। भारत में आरटीई एक्ट के तहत सभी 6 से 14 साल तक के बच्चों को शिक्षा देने का प्रावधान है मगर यह बच्चे अभी भी शिक्षा से वंचित है हालांकि वह बात अलग है कि कुछ समय पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग में इन बच्चों के हित में कुछ दिशानिर्देश दिए गए थे। अब देखना यह है कि क्या इन बच्चों को शिक्षा मिल पाती है या फिर इन बच्चों का जीवन भी शिक्षा से विहीन रह जाएगा।

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