
वैसे तो भारत का संत समाज में दुनिया भर में अहिंसा आस्था को लेकर जाना जाता है और सम्मानित होता है, भारतीय संतो को विश्व के कई विख्यात हस्तियां अपना गुरु तक मांगती है लेकिन इसी धर्म के नाम पर आयोजित एक धर्म संसद में जिस तरह के शब्दों का प्रयोग हुआ वह वास्तव में शर्मनाक है।
दरअसल छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को जमकर अपशब्द कहे इतना ही नहीं उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को नमस्कार कहा और उनकी तारीफ में कसीदे तक पढ़े, धर्म संसद में महाराज द्वारा जमकर धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास किया गया।
कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे ने बापू की हत्या कर बहुत सही कदम उठाया उन्होंने आगे कहा कि मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने गांधी की हत्या कर दी हद तो तब हो गई जब उनके इस कथन के बाद लोगों ने तालियां तक बजाई।
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धर्म संसद के नाम पर इस तरह के अधर्म के माध्यम से लोगों को आपस में लड़ाने और धार्मिक भावनाएं भड़काने के प्रयास सफल ना हो इसके लिए जनता का जागरूक होना बेहद आवश्यक है
