Uttarakhand- ऐसी भी क्या मजबूरी कि गर्भवती महिला ने खुले मैदान में दिया नवजात शिशु को जन्म

आज 2 दिसंबर 2021 गुरुवार के दिन ऊधमसिंह नगर निवासी महिला ने इंदिरा गांधी खेल मैदान में एक नवजात शिशु को जन्म दिया है। दरअसल महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे अस्पताल लेकर गए अस्पताल स्टाफ ने महिला डॉक्टर के ना होने का बहाना बनाकर महिला को कुछ दवाइयां देकर वापस भेज दिया कुछ देर बाद महिला को फिर से तीव्र प्रसव पीड़ा होने लगी जिसके कारण परिजन उसे फिर अस्पताल लेकर गए मगर हॉस्पिटल के स्टाफ ने महिला को डांट कर वापस भेज दिया जिस कारण महिला को खुले मैदान में ही नवजात शिशु को जन्म देना पड़ा।

महिला के पति सर्वेश ने बताया कि वह मूल रूप से सुल्तानपुर यूपी का रहने वाला है तथा यहां उत्तराखंड में रुद्रपुर में मछली मंडी के निकट झोपड़ी बनाकर परिवार के साथ रह रहा था बीते दिनों आपदा के कारण उसकी झोपड़ी भी बह गई जिसके बाद वह अपने घर सुल्तानपुर लौट गया तथा उसने बताया कि कुछ दिनों पहले ही वह यहां रोजगार की तलाश में आए हैं। तथा उस दौरान उसकी पत्नी राजवती गर्भवती थी और घर ना होने के कारण वह लोग इंदिरा गांधी खेल मैदान में रह रहे थे। तथा जैसे ही पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई वह अपनी पत्नी को सीएचसी लेकर पहुंचा लेकिन वहां के डॉक्टर स्टाफ ने महिला डॉक्टर ना होने का बहाना बनाकर उन्हें वापस भेज दिया व दूसरी बार गर्भवती महिला को फटकार लगाकर अस्पताल से बाहर निकाल दिया जिस कारण खुले मैदान में ही आसपास की महिलाओं ने चादर की आड़ में राजवती का प्रसव कराया।

इस बात की जानकारी कुछ लोगों ने क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला को दी जिसके बाद विधायक राजेश शुक्ला वहां पहुंचे तथा जच्चा और बच्चा दोनों को ही सीएचसी में भर्ती करवाया और डॉक्टर को भी काफी खरी-खोटी सुनाई। उनका कहना था कि यदि यहां महिला डॉक्टर नहीं थी तो महिला को 108 एंबुलेंस के माध्यम से दूसरे अस्पताल में रेफर करवाना चाहिए था, ना कि उसे डांटकर घर भेजना था। विधायक राजेश शुक्ला का कहना है कि मामले में दोषी स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।