uttarakhand – कोरोना के बढ़ते केसों के बीच उत्तराखंड सरकार का नया फैसला

उत्तराखंड सरकार ने कोरोना के बढ़ते केसों तथा ओमिक्राॅन के खतरे को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है| अब उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, मेडिकल कॉलेजों, नर्सिंग कॉलेजों, इंजीनियरिंग संस्थानों, कृषि एवं प्रौद्योगिकी संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा| इस संबंध में सरकार ने एसओपी जारी कर दी है| आज से यह व्यवस्था जारी की जाएगी| साथ ही राज्य सरकार ने राज्य में कोविड-19 गाइडलाइन की भी शुरुआत कर दी है|

जारी एसओपी के अनुसार, कोरोना के नए वैरीएंट ओमिक्राॅन से बचाव के लिए अब बॉर्डर, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, साथ ही भीड़भाड़ वाले स्थानों और पर्यटक स्थलों पर रेंडम जांच होगी| कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों की कोरोना जांच होगी| किसी छात्र या शिक्षक के पॉजिटिव पाए जाने पर उनका कोविड-19 प्रोटोकॉल की तहत इलाज होगा| राज्य के फ्रंट लाइन वर्कर्स की भी जांच होगी|


साथ ही राज्य में 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को जरूरी काम तथा स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर ही घर से बाहर निकलने की इजाजत होगी| महिलाएं और किसी अन्य कारण से बीमार व्यक्ति भी इसमें शामिल होंगे|


मंगलवार को स्वास्थ्य अधिकारियों की केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने ऑनलाइन बैठक ली| इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को कोरोनावायरस की नए स्वरूप को लेकर कड़ाई बरतने के निर्देश दिए| क्योंकि यह वायरस कोरोना से कहीं ज्यादा संक्रामक है| लोगों से यह भी कहा गया कि कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाए| क्योंकि कोरोना के केसों में भी वृद्धि हो रही है|