उत्तराखंड। हर वर्ष उत्तराखंड में ना सिर्फ देश के बल्कि विदेशों से भी भारी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं और लाखों की बुकिंग कराते हैं अनुमान यह लगाया जाता है कि साल के अंत में क्रिसमस और न्यू ईयर के कारण नैनीताल व उसके आसपास के क्षेत्रों में लगभग 50 करोड़ का व्यवसाय होता है, मगर इस बार उत्तराखंड का पर्यटन व्यवसाय काफी नुकसान झेल रहा है कोरोना के बाद जैसे ही पर्यटक व्यवसाय पटरी पर आया था अक्टूबर में आई आपदा ने पर्यटक व्यवसाय की कमर तोड़ कर रख दी और अब जैसे ही पर्यटक बुकिंग करवानी शुरू कर रहे थे कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने पर्यटक व्यवसाय को खतरे में डाल दिया है बताया जा रहा है कि न्यू ईयर, थर्टी फर्स्ट, और क्रिसमस के कारण जो बुकिंग हुई थी वह पर्यटक कैंसिल कर रहे हैं जिससे पर्यटन व्यवसाय महीने के अंत में आने वाले त्योहारों से पहले ही नुकसान झेल रहा है।
ओमिक्रोन का खतरा पूरी दुनिया पर मंडरा रहा है जिसके कारण देश विदेशों से उत्तराखंड आने वाले पर्यटक यहां आने में कतरा रहे हैं क्योंकि महामारी के इन दिनों में सबको अपनी जान प्यारी है इस वजह से पर्यटक नैनीताल व उसके आसपास के क्षेत्रों में पहले की गई बुकिंग को कैंसिल कर रहे हैं। नैनीताल व उसके आसपास के क्षेत्र के होटल मालिकों ने बताया कि पिछले 2 साल से कोरोना महामारी और आपदा के कारण व्यवसाय में काफी तंगी चल रही है और अब जैसे ही पर्यटन व्यवसाय थोड़ी पटरी पर आ रहा था तो ओमिक्रोन का खतरा मंडराने लगा है।