पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में बना देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को लेकर तीर्थ पुरोहित लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे| अब जाकर लंबे समय बाद उत्तराखंड सरकार ने इस पर फैसला लिया है| देवस्थानम बोर्ड पर फैसला लेने के लिए धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में गठित कैबिनेट सब कमेटी ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपी| कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और यतिस्वरानंद को कमेटी का सदस्य बनाया गया था| सब कमेटी ने कुछ ही घंटों में रिपोर्ट मुख्यमंत्री धामी को सौंप दी|
मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि फैसला लेने से पहले पंडा, पुरोहितों और पुजारियों के हितों का पूरा ख्याल रखा गया है| मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि एक-दो दिनों में इस पर पूरी तरह निर्णय ले लिया जाएगा| सरकार तीर्थ पुरोहितों को निराश नहीं करेगी|
तीर्थ पुरोहितों ने सरकार को चेताया और कहा अगर 30 नवंबर तक फैसला स्पष्ट नहीं आता तो वह पीएम मोदी की रैली और शीतकालीन सत्र का विरोध करेंगे| इस संदर्भ में तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा|