संविधान दिवस का उद्देश्य ही समानता, स्वतंत्रता, न्याय व बंधुत्वा की भावना है: प्रोफेसर विनोद प्रकाश अग्रवाल

शहीद श्रीमती हंसा धनाई राजकीय महाविद्यालय अगरोड़ा (धारमंडल) टिहरी गढ़वाल मे आज संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर प्राचार्य प्रोफेसर विनोद प्रकाश अग्रवाल के संरक्षत्व मे आयोजित कार्यक्रम मे भारत के संविधान निर्माण मे अपनी महत्वपूर्ण योगदान देने वाले महान विभूतियो को याद किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य ने अपने संबोधन मे कहा कि संविधान भारतवर्ष की आत्मा है। यह न केवल हमे एक सूत्र मे पिरोने का कार्य करता है, बल्कि यह समस्त नागरिकों को कर्तव्य निष्ठा, समर्पण, सच्चाई और अनुशासन पर चलने की सीख भी देता है।

भारत का संविधान सभी को समानता, स्वतंत्रता, न्याय व विचारो की अभिव्यक्ति देता है। इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी एवं कार्यक्रम समारोहक डॉ० आराधना बंधानी ने संविधान दिवस के उद्देश्यों के बारे मे प्रकाश डाला। तत्पश्चात कार्यक्रम सह-समारोहक डॉ० भरत गिरी गोसाई ने भारत का संविधान की उद्देशिका को सबके सामने पढ़कर अवगत कराया। इस दौरान प्राचार्य द्वारा सभी प्राध्यापको, कर्मचारियो एवं छात्र-छात्राओ को संविधान पालन करने हेतु शपथ दिलाई गयी। बी०एस-सी० तृतीय वर्ष की छात्रा कुमारी निशा द्वारा सभी छात्र-छात्राओ को छात्र प्रतिज्ञा भी दिलाई गयी। संविधान दिवस के इस कार्यक्रम मे डॉ० अजय कुमार सिंह, डॉ० विजयराज उनियाल, श्री अमित कुमार सिंह, श्रीमती सीमा, डॉ० बिशनलाल, डॉ० प्रमोद रावत, डॉ० नेपाल सिंह, डॉ० राकेश रतूड़ी, डॉ० बबीता बंटवाण, डॉ० छत्र सिंह कठायत, श्री अनुपम रावत, श्री मुकेश रतूड़ी, श्री कुंदन लाल, श्री अजीत नेगी, श्री रोहित कुमार, श्री सुरेंद्र रावत, श्री मिलन रावत, श्री प्रताप सिंह राणा, श्री राकेश कुमार, श्रीमती लक्ष्मी एवं समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।