कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद जैसे असंतुष्ट खेमे के नेताओं की मांग पर बुलाई गई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक मैं सोनिया गांधी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश नीति को भी चुनावी ध्रुवीकरण का औजार बना दिया गया है। उन्होंने कहा -हम अपनी सीमाओं और दूसरे मोर्चो पर गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने पिछले साल विपक्षी नेताओं को कहा था कि हमारी भूमि पर चीन का कोई कब्जा नहीं है। इसके बाद से उनकी चुप्पी ने देश को गंभीर नुकसान पहुंचाया है वे अर्थपूर्ण मसलों पर भी विपक्ष को भरोसे में नहीं लेना चाहते।
देश की अर्थव्यवस्था की बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार का एकमात्र एजेंडा है, राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचो, बेचो, बेचो।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद कोविड टीकाकरण नीति में सरकार द्वारा बदलाव का जिक्र करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि ये बदलाव कार्यसमिति की मई में हुई बैठक के तुरंत बाद किया गया। तब राज्य सरकारों ने इस नीति को बदलने का दबाव बनाया था और ये एक दुर्लभ मौका था जब मोदी सरकार ने राज्यों के दबाव में कोई फैसला बदला हो।