बिजली संकट के दौरान बढ़ी राजनीतिक हलचल……. जानिए फिर बिजली की मांग में कितना हुआ इजाफा

वर्तमान में भीषण गर्मी के कारण देश के कई राज्य बिजली कटौती के संकट से जूझ रहे हैं ऐसे में देश में एक तरफ तो औद्योगिक गतिविधि तेज हो रही है और दूसरी तरफ अधिकतर हिस्सों में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की वजह से बिजली की मांग भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। बता दें कि बीते 29 अप्रैल 2022 को बिजली की मांग 2.07 लाख मेगावाट के भी पार रही जबकि उस से 2 दिन पहले यह मांग 2.01 लाख मेगावाट थी। वर्तमान में देश के लगभग 16 राज्य बिजली कटौती की समस्या झेल रहे हैं जिसमें आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, राजस्थान ,पंजाब ,गुजरात जैसे राज्य शामिल है।
वहीं बिजली संकट की आड़ में कोयले की कमी को लेकर सियासत भी गरमा गई है जिन राज्यों में भाजपा का शासन नहीं है वह राज्य केंद्र को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। तथा गैर भाजपा शासित राज्य केंद्र पर आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र उन्हें कोयला पर्याप्त मात्रा में नहीं दे पा रहा है इसी दौर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यों में बिजली आपूर्ति की कमी होने का कारण केंद्र को बताया है। उनका कहना है कि केंद्र राज्यों को उचित मात्रा में कोयला नहीं दे पा रहा है।