5 साल पहले हुई नोटबंदी के बारे में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष संजय किशोर का कहना है कि नोटबंदी से लोगों को तब भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और आज 5 साल बाद भी नोटबंदी का खामियाजा जनता भुगत रही है। उनका कहना है कि नोटबंदी से सरकारी विभाग में नौकरियों की किल्लत आ गई। तथा दूसरी ओर निजी नौकरियों के अवसर भी लोगों के लिए न्यूनतम हुए।
उन्होंने कहा कि 5 साल पहले मोदी जी ने नोट बंदी यह कहकर करवाई थी कि इससे आतंकवाद व नक्सलवाद कम होगा तथा देश में छिपा काला धन बाहर आएगा मगर बीते 5 सालों में आतंकवाद व नक्सलवाद में और अधिक बढ़ोतरी हुई है इससे ना सिर्फ आम जनता को बल्कि व्यापारी वर्ग को भी काफी नुकसान झेलना पड़ा। सरकार ने नोट बंदी के सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद जनता को दिलाई थी। मगर आज तक इसके सकारात्मक परिणामों की अपेक्षा नकारात्मक परिणाम ज्यादा देखने को मिले है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग के आंकड़े देखें तो इससे लाखों लोगों ने अपना रोजगार गवाया है। तथा केंद्र सरकार के इस फैसले से जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।