देहरादून – जैसे-जैसे कोरोना का असर कम हो रहा है, लोगों के मन से कोरोना का डर कम होता जा रहा है| और लोग वैक्सीनेशन को महत्व नहीं दे रहे हैं जिस कारण कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं|
कोरोना के केस घटने के कारण लोगों के मन से कोरोना का डर निकल गया है| कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए लोग वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे थे लेकिन जैसे-जैसे कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ने लगी है, वैसे-वैसे वैक्सीनेशन में भी कमी आ रही है| जिस कारण कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं| कोरोना का खौफ कम होने के कारण लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना छोड़ दिया है और मुंह पर मास्क लगाना भी छोड़ दिया है|
कोरोना वैक्सीन न लगवाना तो कोरोना के केस बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है| देहरादून जिले में अभी तक 14.66 लाख लोगों को कोरोना की पहली वैक्सीन लगी है| जबकि दूसरी डोज सिर्फ 8.08 लाख लोगों को ही लगी है| जिला प्रशासन के अनुसार हाल ही में जिले के छह लाख लोगों की दूसरी डोज ड्यू हो गई है| अधिकांश लोग ऐसे हैं जिनको दूसरे डोज लगने के 20 दिन भी चुके हैं लेकिन फिर भी इन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई| वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन ने वैक्सीनेशन मेला भी लगवाया जिसमें दूसरी डोज लगाने वालों की संख्या बढ़ी, लेकिन फिर भी आंकड़े कम ही रहे|
किस जिले में कितनी लगनी है दूसरी डोडोज-
हरिद्वार – 300000, नैनीताल – 18000, बागेश्वर- 4000, उधम सिंह नगर – 15000, चंपावत – 61770, पिथौरागढ़ – 30000, देहरादून – 600000