जाने आज का पंचांग

मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष, अमावस्या,
अनुराधा नक्षत्र, सूर्य दक्षिणायन,
हेमन्त ऋतु, युगाब्द ५१२३,
विक्रम संवत-२०७८,
शनिवार, 04 दिसम्बर 2021.

प्रभात दर्शन –

अप्रशस्तानि कार्याणि
यो मोहादनुतिष्ठति,
स तेषां विपरिभ्रंशाद्
भ्रंश्यते जीवितादपि।।

भावार्थ :– जो व्यक्ति मोह-माया में पड़कर अन्याय का साथ देता है, वह अपने जीवन को नरक-तुल्य बना लेता है।