जाने पहाड़ों में लोगों ने कैसे मनाया इगास पर्व

उत्तराखंड। इगास राज्य का लोकप्रिय पर्व है बीते रविवार को उत्तराखंड में लोगों ने काफी धूमधाम से इगास पर्व मनाया। विकासनगर के पछवादून में भी लोगों ने इस पर्व को रंगारंग कार्यक्रमों से भरकर बहुत ही खास बना दिया।

पहाड़ में इगास के दिन लोगों ने सुबह से ही पकवान बनाकर अपने आस-पड़ोस में भी आदान प्रदान किए। विकास पर्व को एकादशी नाम से भी जाना जाता है इसकी धार्मिक मान्यता यह है कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु चार महीनों के योग निद्रा से जागे थे। इगास पर्व दिवाली के ठीक 11 दिन बाद मनाया जाता है क्योंकि जब भगवान राम रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे तो इसकी खबर यहां के लोगों को 11 दिन बाद लगी और लोगों ने तभी यहां दिवाली मनाई। इसी दिवाली को इगास के नाम से जाना जाता है।

पहाड़ों में इगास के दिन सुबह से ही लोगों ने नए नए पकवान बनाएं तथा उत्तराखंड के गांव में रात्रि को लोगों द्वारा ओखल ,हल आदि की पूजा भी की गई तथा दीपक जलाकर लोगों ने धूमधाम से इस पर्व को मनाया।