अपने ही बयान पर उलझे हरीश रावत क्या छोड़ देंगे राजनीति, जानिए क्या होगा आगे

कुछ दिनों पूर्व सीएम हरीश रावत ने बयान दिया था कि अगर भाजपा की तरफ से 3200 सरकारी नौकरी पाने वाले लोगों के नाम उनके सामने रख दिए जाए तो वे राजनीति से संयास ले लेंगे। इसी मामले में बीते शनिवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे 10 हजार नौकरियो का ब्यौरा दे चुके है। इसके बाद सरकारी प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से काफी सवाल किए। लेकिन इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुप्पी साधे रखी है लेकिन कांग्रेस के दूसरे नेता उनके पक्ष में बोलने आए।

सुरेंद्र कुमार जो कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मीडिया सलाहकार है उन्होंने शिक्षा मंत्री के ब्यौरे को लेकर कहा की शिक्षा मंत्री झूठे दावे कर रहे है। उनका कहना है कि बेसिक स्तर पर जो नियुक्तियां हुई है वे कांग्रेस सरकार के द्वारा लागू की गई आरटीआई एक्ट के कारण हुई है। तथा अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति संबंधी व्यवस्था भी कांग्रेस सरकार में ही हुई थी लेकिन भाजपा ने इस व्यवस्था को उलझाए रखा है। उसके बाद सुरेंद्र कुमार ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार खनन और शराब माफिया की गोद में बैठी हुई है इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि वह सरकार के खिलाफ प्रमाण भी दे सकते है। रावत के राजनीति से सन्यास लेने के बयान पर सुरेंद्र कुमार ने कहा कि रावत राजनीति नहीं छोड़ेंगे बल्कि जनता के आशीर्वाद से भाजपा मुक्त उत्तराखंड बनाएंगे।