
उत्तराखंड राज्य के हल्द्वानी में भड़की हिंसक घटना के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी एक चुनौती बनी हुई है। बता दे कि पुलिस की टीमों ने दिल्ली और बरेली में भी उसकी गिरफ्तारी के लिए डेरा डाला है लेकिन मोबाइल फोन बंद होने के कारण उसकी लोकेशन नहीं मिल रही है।
सर्विलांस की टीम भी लगातार उसे ट्रेस कर रही है मगर कुछ भी हासिल नहीं हो रहा है। मलिक का बगीचा में नजूल भूमि पर बनाए गए अवैध मदरसे और धार्मिक स्थल को ध्वस्त करने के दौरान अब्दुल मलिक ने काफी विरोध किया था और नगर निगम की टीम जांच के लिए कुछ दिन पहले जब मौके पर पहुंची तो अब्दुल मलिक की बहस भी अधिकारियों के साथ हुई थी। पुलिस और अन्य सूत्रों उसे मास्टरमाइंड मानकर चल रहे हैं इसलिए उसे नामजद किया गया है तथा वह फरार चल रहा है। यदि अब्दुल मलिक गिरफ्त में नहीं आया तो उसकी संपत्ति कुर्क हो सकती है। मलिक को नगर निगम की ओर से नुकसान की भरपाई की एवज में दिए गए 2.44 करोड़ के नोटिस का जवाब देने के लिए केवल तीन दिन का समय दिया गया है और पुलिस उसे तलाश रही है यदि वह नोटिस का जवाब नहीं दे पाया तो उसकी संपत्ति कुर्क की जा सकती है।
