एक्सपर्ट का दावा – भारत में इस माह आएगी कोरोना की तीसरी लहर, ओमिक्रॉन बनेगा कारण

भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट के 4 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें कर्नाटक से दो, गुजरात से एक, महाराष्ट्र से एक मामला सामने आया है| भारत में ओमिक्रोन का पहला मामला कर्नाटक में मिला था| और कल ही इसके दो नए मानते गुजरात और महाराष्ट्र से मिला है| जिस प्रकार यह फैल रहा है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर आने की शुरुआत हो गई है| देश में तीसरी लहर का आना तो पूरी तरह से तय है|

अनुमान लगाया जा रहा है कि दिसंबर अंत तक ओमिक्रॉन का भयंकर रूप देखने को मिलेगा| जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी की शुरुआत में ओमिक्रॉन का पीक होगा|

आईआईटी की वरिष्ठ वैज्ञानिक पद्मश्री प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने नए अध्ययन में यह दावा किया है कि, भारत में जनवरी-फरवरी के बीच कोरोना की तीसरी लहर आएगी| हालांकि तीसरी लहर दूसरी लहर की तुलना में कम घातक होगी| प्रोफेसर अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल सूत्र के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है| इससे पहले भी गणितीय मॉडल सूत्र के आधार पर प्रो अग्रवाल ने दूसरी लहर के बाद ही नए म्युटेंट के आने से तीसरी लहर की संभावना जताई थी|


प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि तीसरी लहर में हल्के लॉकडाउन से काम चल सकता है| पूरा लॉकडाउन लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी|