वंशवाद :- भाजपा कांग्रेस में इन नेताओं को है अपने सुपुत्रों के लिए टिकट की दरकार

प्रदेश में विधानसभा चुनावों की आहट 2 माह पहले से ही महसूस की जा रही है जिसके बाद सत्ताधारी भाजपा एवं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस में टिकट के दावेदारों कि दिल्ली दौड़ शुरू हो चुकी है, ऐसे में कुछ नेता ऐसे भी हैं जिन्हें अब अपने सुपुत्रो के लिए टिकट की दरकार है।

विक्रम रावत:-
इस सूची में पहला स्थान आता है कांग्रेस के कद्दावर नेता रणजीत सिंह के बेटे विक्रम रावत का, विक्रम रावत पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता रणजीत सिंह रावत के पुत्र हैं वह 2017 में भी सल्ट से टिकट के दावेदार थे मगर पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया विक्रम रावत वर्तमान में सल्ट से ब्लॉक प्रमुख भी है, और वे युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

त्रिलोक सिंह चीमा
सूची में दूसरा नाम त्रिलोक सिंह चीमा का है जो मौजूदा काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा के बेटे हैं, त्रिलोक ने 1 माह पहले ही भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है इससे पहले वह एक उद्यमी की तरह अपनी इंडस्ट्री का काम देख रहे थे त्रिलोक को उम्मीद है कि इस बार पार्टी युवाओं को अधिक मौका देगी जिसके कारण वे टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।

शशांक रावत
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं अल्मोड़ा लोकसभा सीट से 4 बार के सांसद रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री बची सिंह रावत के पुत्र शशांक रावत इस बार रानीखेत विधानसभा से विधायक पद हेतु भारतीय जनता पार्टी से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं इसके लिए वे लंबे समय से रानीखेत में सक्रिय है वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के विधि प्रकोष्ठ के साथ कार्य कर रहे हैं शशांक को उम्मीद है कि इस बार पार्टी युवाओं को बड़ी संख्या में नेतृत्व का मौका देगी ताकि युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य में एक बार पुनः युवा विधायकों की सरकार बन सके।