
बागेश्वर। जिला योजना 2025-26 की तैयारियों एवं परिव्यय निर्धारण को लेकर जिलाधिकारी आशीष भटगई की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कार्यालय में बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला योजना में ऐसे प्रस्ताव शामिल किए जाएं जो जनता के लिए उपयोगी हों और इसी वित्तीय वर्ष में पूरे हो सकें, ताकि उनका शत-प्रतिशत लाभ जनता तक पहुंच सके।
जिलाधिकारी ने रोजगारपरक योजनाओं को जिला योजना का हिस्सा बनाने पर विशेष जोर दिया, ताकि जनता की आर्थिकी मजबूत हो सके। उन्होंने कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य पालन सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे ऐसे योजना प्रस्ताव तैयार करें जिनसे किसानों, बागवानों, पशुपालकों और उद्यमियों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो। कार्यों की पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने हेतु जिलाधिकारी ने जिला योजना के सभी कार्यों की जीओ टैगिंग अनिवार्य करने के निर्देश दिए। सभी विभाग अपने निर्माण कार्यों की जीओ टैगिंग करवाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों की विभाग स्वयं भी स्थलीय निरीक्षण कर निरंतर मॉनिटरिंग करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नई योजनाओं के अनुमोदन से पहले, गतिमान और अधूरे कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि प्रस्तावित की जा रही सभी योजनाओं का स्पष्ट औचित्य देना अनिवार्य होगा।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्तोलिया, मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कुमार आदित्य तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सोन, जिला सांख्यिकी अधिकारी दिनेश रावत, जिला कार्यक्रम अधिकारी मंजुलता यादव, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी संजय पांडे, जल संस्थान के सीएस देवड़ी, जल निगम के वीके रवि, सिंचाई केके जोशी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी योगेश भारद्वाज, जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ निष्ठा कोहली, कोषाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय, जिला सेवायोजन अधिकारी प्रवीण गोस्वामी, जिला युवा कल्याण अधिकारी अर्जुन रावत, जिला होम्योपैथीक अधिकारी डॉ बेला महर सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
