परिसंपत्ति बंटवारा मामला बना चुनावी मुद्दा, पढ़ें पूरी खबर

एक तरफ तो भाजपा में परिसंपत्ति विवाद को लेकर खुशी का माहौल है वहीं दूसरी ओर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इसे लेकर जंग छेड़ दी है| कांग्रेस ने परिसंपत्ति समझौते को लेकर राजभवन और अदालत में जाने की चेतावनी भी दे दी है| पार्टी ने प्रदेश सरकार से परिसंपत्ति समझौते के श्वेत पत्र जारी करने और समझौते की हकीकत सामने लाने को कहा है|

कुल मिलाकर दोनों राजनीतिक पार्टियों ने परिसंपत्ति समझौते को चुनावी मुद्दा बना लिया है| एक तरफ तो भाजपा उत्तर प्रदेश में बनी सहमति को ऐतिहासिक करार दे रही है| जिसका श्रेय पार्टी सीएम पुष्कर सिंह धामी को दे रही है| दूसरी ओर कांग्रेस परिसंपत्ति समझौते के खिलाफ राजभवन और अदालत में जाने की चेतावनी दे रही है| और भाजपा से कह रही है कि श्वेत पत्र जारी करके जनता के सामने परिसंपत्ति समझौते की सच्चाई लाने के लिए विधानसभा सत्र बुलाने को कहा| पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने समझौते के दिन को काला दिन करार दिया|

कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने परिसंपत्ति के समझौते के नाम पर उत्तराखंड के जल, जंगल, जमीन को उत्तर प्रदेश के हाथों में गिरवी रख दिया| इस दिन को कांग्रेस काला दिवस के रूप में मनाएगा| ट्रिपल इंजन सरकार में उत्तराखंड के हितों के संरक्षण के बजाय केंद्र सरकार के दबाव में आकर परिसंपत्ति के मामले में यूपी के आगे समर्पण किया है|

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशल ने कहा कांग्रेस 10 साल तक सत्ता में रही लेकिन परिसंपत्ति के मामले में कोई खास कदम नहीं उठाया| भाजपा सरकार पिछले 5 सालों में पूरी गंभीरता के साथ लगातार प्रयास किया| यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा दिल दिखाया| विरोध करना तो कांग्रेस की खिसियाहट हैं|