अल्मोड़ा। बीते 1 माह पूर्व जागेश्वर के स्वयं सहायता समूह के खाते में गलती से ₹400000 की धनराशि आ गई जिसके लिए विकास विभाग के अधिकारियों ने महिलाओं से बैठक कर बातचीत की तथा महिलाओं को समझाया कि उनके समूह में गलती से विभाग ने ₹400000 की धनराशि डाल दी है जिसे वह विभाग को लौटा दे मगर समूह की महिलाओं ने अधिकारियों की बात नहीं मानी व अपने तर्क प्रस्तुत किए। महिलाओं का कहना है कि अगर विभाग ने यह धनराशि गलती से डाली थी तो 1 माह तक सारे अधिकारी कहां थे उनका कहना है कि यह धनराशि सरकार ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के विकास के लिए डाले हैं, जिसे वह हरगिज किसी को नहीं लौटाएगी।
दरअसल जागेश्वर निवासी हीरा बल्लभ भट्ट ने बताया कि उनकी पत्नी स्वयं सहायता समूह की सदस्य हैं तथा बैंक में समूह का खाता खोलने के समय उनकी पत्नी ने उनका मोबाइल नंबर वहां जोड़ दिया था तथा बैंक में जब यहां धनराशि आई तो उनके फोन पर मैसेज आया जब वह इस मामले का पता लगाने बैंक गए तो कर्मचारियों ने बताया कि यह धनराशि उनके नहीं बल्कि उनकी पत्नी के स्वयं सहायता समूह खाते में आई हैं। खाते में पहले 3.91 लाख रुपए की किश्त आई तथा बाद में ₹35000 आए। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने विकास विभाग अधिकारियों को तर्क देते हुए पैसे नहीं लौटाए जिसके कारण अधिकारियों को खाली हाथ ही वापस जाना पड़ा।