अल्मोड़ा:- आग की लपटों ने अपने लपेटे में लिया शीतलाखेत के जंगल को…… ढाई माह से था सुरक्षित, अब हुआ राख

भीषण गर्मी के चलते उत्तराखंड राज्य के अलग-अलग जिलों के जंगलों में आग लगने की खबरें सामने आ रही हैं मगर फायर सीजन के ढाई माह बीत जाने के बाद भी अल्मोड़ा के शीतलाखेत व क्षेत्र का 7000 हेक्टेयर जंगल अभी तक सुरक्षित था मगर यहां पर भी बीते शुक्रवार को आग लग गई जिसे बुझाने के लिए आईटीबीपी के जवानों ने स्थानीय लोगों के साथ काफी मेहनत मशक्कत की मगर फिर भी वह कई समय तक आग पर नियंत्रण नहीं कर पाए। बता दें कि शीतला खेत में 600 हेक्टेयर में मिश्रित वन विकसित किया गया है जिसे इको टूरिज्म स्पाट के रूप में विकसित करने की कोशिश की जा रही है मगर कई कोशिशों के बाद भी इस जंगल में आग लग गई और बीते शुक्रवार को इस आग से खूट, धामस, डाल, समेत कई गांव के जंगलों में आग लग गई। तथा इस आग पर काबू पाने के लिए आईटीबीपी के 28 जवानों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी मौके पर पहुंचकर आग बुझाने लगे मगर काफी देर तक आग पर नियंत्रण नहीं किया जा सका क्योंकि आग काफी विकराल थी जिसे बुझाना इतना आसान नहीं था।

One thought on “अल्मोड़ा:- आग की लपटों ने अपने लपेटे में लिया शीतलाखेत के जंगल को…… ढाई माह से था सुरक्षित, अब हुआ राख

  1. We have no preparation to prevent the forest fire .The forest department never did anything for the same.If we really want to protect our forest we will have a 30 year plan and will have to fix responsibility of forest department, it will be better if a separate department formed to protect forest from fire and public interference. Finally without public participation it can not be completed

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