अल्मोड़ा :- महिला कल्याण संस्था की सभी बहनों द्वारा राजपूताना रेजीमेंट के फौजियों को बांधी गई राखी

“ऊं येन बद्धो बलि राजा दानवेन्द्रो महाबल: तेनत्वाम् प्रतिबद्बनामि रक्षे माचल: माचल:” इस मंत्र के आगाज के साथ आज महिला कल्याण संस्था की सभी बहनों ने राजपूताना रेजीमेंट के समस्त फौजी भाईयों की कलाईयो पर राखीयां बांधी। संस्था की अध्यक्ष रीता दुर्गापाल ने उपस्थित सभी सैनिक भाईयों का आदर, श्रद्धा व प्रेम पूर्वक स्वागत करते हुऐ सर्व प्रथम बटालिन के कैप्टन अमनदीप सिंह को तिलक लगाकर राखी बांधी व मिठाई खिलाकर मुंह मीठा करवाया। इसी क्रम में कैप्टन अमनदीप सिंह, ऑनरेरी कैप्टन रमेश सिंह, नायक सूबेदार मदन सिंह, सूबेदार मुनीश सिंह ,डा. जे सी दुर्गापाल सभी ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलित किया। एंव बटालियन के सभी सैनिक भाईयों को संस्था की बहनों द्वारा परंपरागत तरीके से राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जो सैनिक भाई देश की सेवा के लिए अपनी बहनों से दूर है देश ही जिनका परिवार है ये राखी उनके लिए बहुत मायने रखती है। उनकी इस कमी को पूरा कर पाये बस यही हम बहनों का छोटा सा प्रयास है। धरती संभाली, अंबर संभाला, संभाली सरहदें सारी, उन्हीं भाईयों के लिए खास है यह राखी हमारी। हमारे ये सैनिक भाई अपने जीवन की चिंता किये बिना हमारे देश को सुरक्षित रखते हैं। मौसम की हर मार को हमारे सैनिक भाई हंसते हुवे सह जाते हैं और रात दिन मातृभूमि की सेवा में लगे रहते हैं। इन्हीं सैनिक भाईयों की वजह से हम चैन से सो पाते हैं । हमारे त्यौहार उल्लास से भरे होते है और हमारी खुशियों में आत्म संतुष्टि होती है।अपने सैनिक भाईयों को राखी बांधते हुए हम सभी बहनों को गौरव की अनुभूति हो रही है। हमारी बांधी गयी राखीयां उन्हें अहसास करायेंगी की उनकी और भी बहनें हैं जो उनकी रक्षा की प्रार्थना परम पिता परमेश्वर से करती है। हम सभी कामना करते है कि सभी सैनिक भाईयों को ढेर सारी खुशियां मिलें ईश्वर आप सभी को आत्मिक शक्ति एवं दीर्धायु प्रदान करें। कार्यक्रम का संचालन उपाध्यक्ष मीता उपाध्यक्ष द्वारा किया गया। इस अवसर पर सचिव पुष्पा सती,ममता चौहान,अनीता रावत,रमा जोशी, राधिका जोशी,मंजू रावत,सरला बिष्ट ,अनुराधा,रेखा, दीपा,ऋचा दुर्गापाल,हेमा,कंचन,विमला, मिनाक्षी, पुष्पा,पूनम, आरती, चंद्रा आदि उपस्थित रहीं । सैनिक भाईयों ने भी इस मिलन को अविस्मरणीय बताया प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आभार व्यक्त किया।