Almora- यह क्या शहर के नजदीक ही नहीं हो पाया विकास तो दूर-दराज के गांव को क्या पूछेगी सरकार

अल्मोड़ा। रानीखेत क्षेत्र के गांव में सालों पहले सड़क तो कट गई है मगर अभी तक उस पर डामरीकरण तो बहुत दूर की बात है सोलिंग भी नहीं की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि वहां सड़कों की हालत इतनी खराब है कि बिना सोलिंग और डामरीकरण के उनमें कीचड़ जमा हो जाता है तथा जरूरत पड़ने पर वहां 108 और एंबुलेंस भी नहीं आ पाती
ना सिर्फ रानीखेत बल्कि अल्मोड़ा शहर के नजदीक मेडिकल कॉलेज से बेस अस्पताल को जोड़ने वाली सड़क भी सालों पहले कट चुकी है मगर अभी तक उस पर डामरीकरण नहीं किया गया है। जिस कारण लोगों का कहना है कि अभी तक तो शहर में ही विकास नहीं हो पाया है तो दूर दराज के गांवों का क्या विकास होगा।

रानीखेत क्षेत्र में कैंसर रोग विशेषज्ञ पद्मश्री स्व. मोहन चंद्र पंत के कुड़कोली गांव में भी 2008 में सड़क कट चुकी थी, मगर अभी तक उसमें डामरीकरण नहीं हुआ है। इस बात की सूचना बार-बार आंदोलन के जरिए और पत्र लिखकर ग्रामीणों ने विभाग तक पहुंचाई मगर अभी तक इसमें कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क को शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पीपल गांव से जोड़ने की उनकी मांग अभी तक अधूरी है यदि यह मांग पूरी नहीं हुई तो ग्रामीण आंदोलन करेंगे। 2008 में अम्याडी से कुलकोड़ी गांव के लिए सड़क का कटान हुआ था। लेकिन इनसे अन्य गांव जैसे चलसिया पड़ौली, नौधर आदि गांव भी जुड़े हुए हैं।इस सड़क के लिए कुछ महीनों पहले आंदोलन भी हुए थे मगर अभी तक लोनिवी द्वारा बार-बार इसका प्रस्ताव भेजने पर भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है।यदि जल्द ही सड़क का सुधारीकरण नहीं हुआ तो ग्रामीण आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।

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