चौखुटिया। रामलीला के मंचन के समापन के साथ ही अल्मोड़े के रेवाड़ी क्षेत्र में महाभारत का मंचन शुरू हो गया था। आज से पहले उत्तराखंड व देश के अन्य क्षेत्रों में रामलीला का मंचन किया जाता था मगर आज उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में रेवाड़ी नामक स्थान पर महाभारत का भी मंचन किया जा रहा है। जिसमें महाभारत को देखने के लिए ना सिर्फ उत्तराखंड के कुमाऊं जन बल्कि गढ़वाल के लोग भी पहुंच रहे है।
क्या के दौरान पांडवों के इतिहास से जुड़ी घटनाओं को दर्शाया जा रहा है। मंचन में पांडवों की भूमिका क्षेत्रीय ग्रामीणों द्वारा निभाई जा रही है। मंचन में अर्जुन, द्रौपदी, युधिष्ठिर, भीम, नकुल, सहदेव, माता कुंती व पांडवों के पुत्र अभिमन्यु, नागार्जुन, घटोत्कच की भूमिका पास के ग्रामीण क्षेत्र के युवा बच्चे निभा रहे है। मंचन के दौरान पांडवों की कुटिया के प्रहरी उनके औजार बनाने वाले तथा युद्ध में घायल लोगों की देखभाल करने वालो को भी दर्शाया गया है। संयोजक मंडल के सदस्य गजेंद्र सिंह नेगी द्वारा बताया गया है कि महाभारत का मंचन शुरू होने के 1 माह पूर्व ही कलाकारों को तालीम देना शुरू कर दिया गया था।