रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच मारे गए भारतीय छात्र नवीन का शव मेडिकल रिसर्च के लिए दान करेगा परिवार, पिता ने कही ये बात…….

नई दिल्ली| रूस-यूक्रेन युद्ध के दसवें दिन यूक्रेन के शहर कीव में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के माता-पिता ने अपने बेटे के शरीर को चिकित्सा अनुसंधान के लिए दान करने का फैसला किया है| नवीन के पिता शंकरप्पा ने कहा कि मेरा बेटा चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ हासिल करना चाहता था लेकिन ऐसा हो नहीं सका| उन्होंने कहा कि नवीन के शरीर का उपयोग कम से कम अन्य मेडिकल छात्र पढ़ाई के लिए कर सकेंगे इसलिए उनके परिवार ने चिकित्सा अनुसंधान के लिए शरीर दान करने का फैसला किया है| नवीन के पिता ने कहा कि बेटे का शव 21 तारीख को सुबह 9:00 बजे तक उनके गांव पहुंच जाएगा| फिर वह वीरा शैव परंपरा के अनुसार पूजा करेंगे और इसके बाद उन्हें जनता के दर्शन के लिए रखेंगे| कहा कि वह बाद में शरीर को चिकित्सा अध्ययन के लिए एसएस अस्पताल दावणगेरे को दान कर देंगे| नवीन के पिता ने कहा कि वह इस बात से खुश है कि कम से कम उनके बेटे का शव वापस लाया गया है| नवीन के पिता ने आगे कहा कि सीएम ने मुझसे बात की और यह भी कहा कि वह बेंगलुरु हवाई अड्डे और गांव भी आएंगे| इससे पहले शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने स्पष्ट किया था कि रूस यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच गोलाबारी के दौरान मारे गए नवीन का शव युद्ध क्षेत्र से सोमवार की सुबह 3:00 बजे बेंगलुरु हवाई अड्डे पर पहुंचेगा हालांकि पहले सरकार द्वारा शव रविवार को लाने की घोषणा की गई थी|
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने नवीन के परिवार को ₹25 लाख की आर्थिक सहायता दी है और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा भी किया है|