बागेश्वर । आतमा योजना के तहत विकास भवन सभागार में शुक्रवार को किसान-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का आयोजित किया गया । जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया । जनपद के किसानों,बागवानों,पशुपालकों और मत्स्य पालकों को कृषि की आधुनिक तकनीक,उन्नत बीजों,फसलों, अच्छी नस्ल के पशुओं,बागवानी के बारे में विस्तृत जानकारियां रेखीय विभागों और वैज्ञानिकों द्वारा दी गयी ।
कृषि,पशुपालन,उद्यान,रेशम,मत्स्य, आदि विभागों द्वारा जिले से चलने वाली सभी योजनाओं और उन पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी किसानों को दी । संवाद में उठी किसानों की समस्याओं से अवगत होकर उनको दूर करने का आश्वासन सम्बंधित विभागों द्वारा दिया गया । इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों ने जड़ी,बूटी,जैविक खेती,वर्मीकम्पोस्ट व खेती में उपयोग आने वाले उपकरण,फलों एवं सब्जियों का प्रबंधन संबंधी प्रश्न पूछे जिनका विस्तार पूर्वक उत्तर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिको एवं कृषि से जुड़े विभागों द्वारा दिया गया । पशुपालन विभाग द्वारा गोट वैली योजना,पशुधन योजना,अनुसूचित जाति,जनजाति के लिए गौ-पालन योजना, विधवा व परित्यागता महिलाओं के लिए महिला बकरी पालन योजना,बॉयलर फार्म योजना की जानकारी गोष्टी में किसानों को दी । वहीं मत्स्य पालन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के बारे में एवं भेषज विभाग द्वारा उच्च हिमालय में उत्पादित की जाने वाली जड़ी बूटी, कूट,कुटकी,तेज पत्ता आदि के बारे में जानकारी दी । उद्यान विभाग द्वारा किसानों और बागवानों को कृषि और बागवानी को बढ़ावा देने के लिए नब्बे प्रतिशत अनुदान में दी जाने वाले पॉलीहाउस, बेमौसमी सब्जियों के उत्पादन, हाइब्रिड बीज उपलब्ध कराने और अदरक,हल्दी,आलू आदि बीजों पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में जानकारी दी । सहकारिता विभाग द्वारा किसानों को कृषि,पशुपालन आदि के लिए मिलने वाले ब्याज मुक्त ऋण एवं मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए मिलने वाली सुविधा और ऋण के बारे में जानकारी दी । रेशम विभाग द्वारा रेशम कीट और शहतूत की पौध किसानों को उपलब्ध कराने तथा इसके विपणन की जानकारी दी ।
कार्यक्रम में आतमा योजना में चयन प्रगतिशील किसान दरबान सिंह,सुंदर सिंह,शैलेन्द्र सिंह,पार्वती देवी को जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने प्रशस्ति पत्र एवं डिजिटल के माध्यम से 25-25 हजार की धनराशि उनके खाते में हस्तांतरित की । वहीं विकास खंड स्तरीय पुरस्कार नन्दन राम,पूर्णनाथ,दीपक कुमार,कमला देवी,मनोज तिवारी, राजेश कुमार,पुष्पा देवी,गुलाब सिंह,गोकलानन्द,अमर सिंह, डूंगर सिंह, दना देवी,प्रयागदत्त भट्ट,महिपाल सिंह आदि किसानों को दिया गया ।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को आज आधुनिक तकनीक और उन्नत किस्म के बीजों की जानकारी संवाद कार्यक्रम में दी गयी है । किसानों द्वारा धरातल पर आने वाली समस्याओं के बारे में अपने सुझाव दिए है । जिसके आधार पर आने वाले समय में योजना बनाने में प्रशासन को मदद मिलेगी । जिलाधिकारी ने किसानों को नई तकनीक से कृषि करने और अन्य किसानों को भी प्रेरित करने की अपेक्षा की ।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने जिले में जड़ी बूटी उत्पादन और पशुपालन को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने किसानों को अच्छी नस्ल की गाय और भैंस पालन के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में प्रभारी मुख्य कृषि अधिकारी राजेंद्र उप्रेती,पशु चिकित्साधिकारी अधिकारी डॉ0 डीके चंद, निदेशक कृषि विज्ञान केंद्र डॉ.राजकुमार,उप परियोजना निदेशक धीरज बिष्ट, मत्स्य प्रभारी मनोज मियान, सहकारिता विभाग प्रेम प्रकाश,ज्येष्ठ निरीक्षक उद्यान विभाग कुलदीप जोशी, रेशम विभाग बृजेश सहित सुंदर सिंह कर्मयाल,मनोज तिवारी,रमा ऐठानी,ज्योति,अमर सिंह,शेर सिंह ऐठानी,कैलाश, दरवान सिंह कपकोटी आदि सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित थे ।